कुछ लोग लगे है सिर्फ
अपनी ही बात को सच करने में
कुछ बैठे है सच हो कर भी
हार को अपनाने में
हर आदमी की
हर बात भी सच नही होती
ईर्ष्या द्वेष घृणा
गलत फहमी स्वार्थ
ये भी लगे रहते है
झूट को
सच साबित करने में
इसलिये
अत्यधिक आत्मविश्वास
डुबो देता है नैय्या
बड़े बड़े सुरमाओकी
फिर हमारी औकात ही क्या है
झूट को सच साबित करने की